जामिया अर्जुन सिंह ओपन स्कूल की मान्यता रद, जामिया ने किया नए सिरे से आवेदन
नई दिल्ली| जामिया मिल्लिया इस्लामिया के अर्जुन सिंह सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग के सत्र 2018-19 में दाखिला लेने के लिए आवेदन पत्र 10 जनवरी 2019 को निकलने वाला था. लेकिन ग्यारह दिन बाद भी अभी तक दाखिले के लिए फॉर्म नहीं निकला हैं. दरअसल, यूजीसी की तरफ से जामिया के अर्जुन सिंह सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग की मान्यता खत्म कर दी गई है. जिसको लेकर जामिया प्रशासन लगातार यूजीसी का चक्कर काट रही है. सूत्रों की माने तो अभी अर्जुन सिंह सेंटर में तकरीबन नौ हजार छात्र पंजीकृत हैं. अगर यूजीसी की तरफ से जामिया के सेंटर को मान्यता नहीं मिलती है, तो नौ हजार छात्रों का भविष्य अधर में पड़ जाएगा. बहरहाल, सेंटर के अधिकारी लगातार यूजीसी के सभी आदेशों का पालन करते हुए, यूजीसी को सभी दस्तावेज जमा कर चुके हैं. साथ ही मान्यता के अंतिम चरण यूजीसी के साथ इंटरफेस मीटिंग भी हो चुकी हैं. लेकिन अभी तक यूजीसी की तरफ से प्रशासन को कोई जवाब नहीं मिला है.
नवोदय टाइम्स अखबार ने इस खबर की पड़ताल कर पुरी रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट के अनुसार सेंटर के निर्देशक प्रो. रामेशवर बहुगुणा ने बताया कि नैशनल असेस्टमेंट एंड ऐक्रेडिटेशन काउंसिल(एनएएसी) में 3.26 से कम पॉइंट होने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा है. दरअसल, यूजीसी 2017 नियम के अनुसार जो विश्वविद्यालय दोनों मोड में चल रहे है। यानी कि रेगुलर और ओपन मोड़ में उन्हें एनएएसी में 3.26 पॉइंट होना अनिवार्य है. लेकिन हमारी यूनिवर्सिटी का 3.09 पॉइंट हैं, जिसकी वजह से मान्यता रद्द कर दिया गया है. यूजीसी से मान्यता प्राप्त करने के लिए नए सिरे से आवेदन प्रस्तुत कर दिया है और सभी प्रक्रिया दिसंबर में ही पूरी हो गई थी. अब यह यूजीसी पर निर्भर है कि कब तक वो हमें मान्यता देता हैं. लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही यूजीसी तरफ से मान्यता मिल जाएगा. साथ ही जनवरी के अंतिम सप्ताह और फरवरी की शुरुआत में फॉर्म निकल जाएगा.
नवोदय टाइम्स अखबार ने इस खबर की पड़ताल कर पुरी रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट के अनुसार सेंटर के निर्देशक प्रो. रामेशवर बहुगुणा ने बताया कि नैशनल असेस्टमेंट एंड ऐक्रेडिटेशन काउंसिल(एनएएसी) में 3.26 से कम पॉइंट होने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा है. दरअसल, यूजीसी 2017 नियम के अनुसार जो विश्वविद्यालय दोनों मोड में चल रहे है। यानी कि रेगुलर और ओपन मोड़ में उन्हें एनएएसी में 3.26 पॉइंट होना अनिवार्य है. लेकिन हमारी यूनिवर्सिटी का 3.09 पॉइंट हैं, जिसकी वजह से मान्यता रद्द कर दिया गया है. यूजीसी से मान्यता प्राप्त करने के लिए नए सिरे से आवेदन प्रस्तुत कर दिया है और सभी प्रक्रिया दिसंबर में ही पूरी हो गई थी. अब यह यूजीसी पर निर्भर है कि कब तक वो हमें मान्यता देता हैं. लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही यूजीसी तरफ से मान्यता मिल जाएगा. साथ ही जनवरी के अंतिम सप्ताह और फरवरी की शुरुआत में फॉर्म निकल जाएगा.नवोदय टाइम्स अखबार ने इस खबर की पड़ताल कर पुरी रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट के अनुसार सेंटर के निर्देशक प्रो. रामेशवर बहुगुणा ने बताया कि नैशनल असेस्टमेंट एंड ऐक्रेडिटेशन काउंसिल(एनएएसी) में 3.26 से कम पॉइंट होने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ा है. दरअसल, यूजीसी 2017 नियम के अनुसार जो विश्वविद्यालय दोनों मोड में चल रहे है। यानी कि रेगुलर और ओपन मोड़ में उन्हें एनएएसी में 3.26 पॉइंट होना अनिवार्य है. लेकिन हमारी यूनिवर्सिटी का 3.09 पॉइंट हैं, जिसकी वजह से मान्यता रद्द कर दिया गया है. यूजीसी से मान्यता प्राप्त करने के लिए नए सिरे से आवेदन प्रस्तुत कर दिया है और सभी प्रक्रिया दिसंबर में ही पूरी हो गई थी. अब यह यूजीसी पर निर्भर है कि कब तक वो हमें मान्यता देता हैं. लेकिन हमें उम्मीद है कि जल्द ही यूजीसी तरफ से मान्यता मिल जाएगा. साथ ही जनवरी के अंतिम सप्ताह और फरवरी की शुरुआत में फॉर्म निकल जाएगा.
बता दें कि अर्जुन सिंह सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग में दाखिला प्रक्रिया जुलाई से शुरू हो जाती है. इस सेंटर में लगभग19 कोर्स चलते है. लेकिन मध्य दिसंबर तक सिर्फ डिप्लोमा पाठ्यक्रम का आवेदन पत्र निकाला गया है.
Source: The Critical Mirror